लाइटकॉइन का मार्किट कैप देखा जाए तोह बिटकॉइन के मुकाबले बहुत कम है, लेकिन देखने वाली बात ये भी है की लाइट कॉइन की ट्रेडिंग क्रिप्टो एक्सचेंज पर खूब होती है, लेकिन दिलचस्प बात ये है की जहा बिटकॉइन की टोटल सप्लाई 21 मिलियन है, वही लाइट कॉइन की टोटल सप्लाई 84 मिलियन है जो बिटकॉइन से चार गुना ज्यादा है,
लाइट कॉइन का निर्माण सस्ते और तेज़ ट्रांसक्शन के लिए किया गया था और देखा जाए तोह पीछे कुछ समय पहले एक लाइट कॉइन की कीमत लगभत 390 डॉलर (लगभग 30,000 रुपये ) तक पहुंच गई थी, जो अब सिर्फ 45 डॉलर(लगभग 3700 रुपये ) पर आसानी से मिल रहा है, हालांकि ये बात भी सच है की सारी क्रिप्टो करेंसी बिटकॉइन को गोल्ड स्टैण्डर्ड मान कर मार्किट में बर्ताव करती है , अगर बिटकॉइन की कीमत बढ़ती है तोह अन्य करेंसी की भी कीमत बढ़ती है और अगर बिटकॉइन की कीमत कम होती है तोह अन्य की कीमत भी गिरती है , अभी यूनाइटेड स्टेट में चल रही आर्थिकमंदिओ की अफवाओं का भी असर बिटकॉइन पर पड़ा है , जिससे बिटकॉइन बुल-मार्किट से बियर-मार्किट की तरफ जाता हुआ दिख रहा है I