शिरोमणि अकाली दल के नेता और पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया को फिलहाल जेल में रही रहना पड़ेगा। आज भी उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई दौरान एक जज ने खुद को इस केस से अलग कर लिया है।दरअसल, पहले इस केस को लेकर अदालत द्वारा बहस पूरी कर ली गई थी पर जस्टिस मसीह ने फैसला सुनाने की बजाए सुनवाई से ही इंकार कर दिया और केस दूसरी अदालत में रैफर किए जाने की बात कही। इसके बाद चीफ जस्टिस ने इस मामले को जस्टीस अनूप चितकारा और जस्टिस रामचंदर राओ की अदालत को रैफर कर दिया था।
आज जस्टिस अनूप चितकारा ने भी खुद को इस मामले से अलग कर लिया है। अब एक बार फिर से यह मामला चीफ जस्टिस के पास जाएगा, जिसके बाद वह यह केस को किसी और बैंच को रैफर करेंगे। बता दें कि ड्रग्स मामले में दोषी बिक्रम मजीठिया ने जमानत याचिका के लिए हाईकोर्ट में याचिका दायर की हुई है।