मानसून अपने साथ न सिर्फ तपती गर्मी से राहत व चारों और हरियाली लेकर आता है, परन्तु प्रशासन कि लापरवाही से कई तरह कि समस्याएं भी साथ आती हैं। ट्राईसिटी में बारिश होने पे पानी खड़ा होने कि समस्या पिछले कई सालों से हो रही है परन्तु प्रशासन इस समस्या का कोई हल नहीं ढूढ़ पाया है।
हाल में ही हुई बरसात के बाद भी पंचकूला के विभिन्न सेक्टरों में कई सड़कों और पार्कों में पानी इकठ्ठा हो गया है। इससे न सिर्फ सड़क पे चलना मुश्किल हो गया है बल्कि सड़क के टूटने का खतरा भी बढ़ गया है। पंचकूला में अभी कुछ समय पहले ही नयी सड़कें बननी शुरू हुई थीं, जिनका पानी खड़ा होने से टूटने का डर बना हुआ है।
सेक्टर 21 से लगते महेशपुर, सेक्टर-20 में सनसिटी परिकर्मा के साथ लगते खाली पार्क, सेक्टर 20 में शमशान घाट के साथ लगते खाली प्लाट , सेक्टर 16 से लगते बुढनपुर की मेन सड़क, सेक्टर-6 की मार्किट और कई अन्य स्थानों पर पिछले कई दिनों से पानी भरा हुआ है, जिससे मच्छरों के पनपने का भी खतरा बना हुआ है। पिछले कुछ सालों से शहर मलेरिया और डेंगू का दंश झेल रहा है।
प्रशासन की तरफ से न तो पानी की निकासी की निकासी का कोई प्रबंध किया गया है और ना ही मच्छरों को मारने कि दवाई का छिड़काव किया गया है।