मानसून को शहर में आए करीब 20 दिन हो चुके हैं। जब से मानसून आया है तब से शहर की आबोहवा ही बदल गई है। बारिश के बाद लोगों को भीषण गर्मी और लू से राहत मिली है। हालांकि नमी बढ़ने से उमस पसीना सूखने नहीं देती, लेकिन अब शहर में स्वच्छ हवा बह रही है।
सुबह हो या शाम अब प्रदूषण हवा से गायब रहने लगा है। इसका कारण यह है कि जैसे ही प्रदूषण के छोटे-छोटे कण हवा में बढ़ने लगते हैं, उसके बाद बारिश होते ही वह फिर से जमीन पर आ जाते हैं। इसका फायदा यह हो रहा है कि प्रदूषण का एक्यूआइ लेवल 50 से भी नीचे ही रह रहा है।
कई महीने बाद ऐसा हुआ है जब चंडीगढ़ का एयर क्वालिटी इंडेक्स लेवल 50 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से भी नीचे आ गया है। सोमवार को चंडीगढ़ का एक्यूआइ महज 34 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज किया गया। एक्यूआइ को 50 से नीचे बेहद अच्छा माना जाता है।