पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्याकांड के मामले की जांच लगातार जारी है। इस मामले में दिन -प्रतिदिन कई बड़े खुलासे हो रहे हैं। गत दिवस सिद्धू मूसेवाले हत्याकांड मामले में गैंगस्टर लॉरैंस बिश्नोई को पंजाब पुलिस दिल्ली की तिहाड़ से लेकर आयी थी।बुधवार सुबह 3 बजे पंजाब पुलिस लॉरैंस बिश्नोई को लेकर मानसा पहुंची और 4 बजे उसे ड्यूटी मैजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार लॉरैंस इस बात पर अड़ा है कि उसने मूसेवाला की हत्या नहीं करवाई । लॉरेस ने कहा कि उसने मूसेवाला की हत्या का ऑडर नहीं दिया लेकिन उसने माना की कनाडा में रहकर गैंग ऑपरेट कर रहे गोल्डी बराड़ से उसकी बातचीत होती थी। मोहाली में विक्की मिड्डूखेड़ा की हत्या के बाद पूरा ग्रुप सिद्धू मूसेवाला के एंटी हो गया था। मूसेवाला ने मिड्डूखेड़ा की रेकी करवाने वाले मैनेजर शगनप्रीत को न सिर्फ विदेश भगाया, उसे काफी पैसा भी दिया था। यहीं कारण था कि उसका ग्रुप मूसेवाला के खिलाफ था।
आपको यह भी बता दे कि लॉरैंस की सुरक्षा को लेकर और कई गैंगस्टर ग्रुपों की धमकियों के कारण पुलिस उसे दिल्ली से पंजाब 80 कि.मी. लंबे रूट से लेकर आई। पंजाब पुलिस की 12 गाड़ियों का काफिला लॉरैंस बिश्नोई को दिल्ली से पंजाब लेकर आया। पुलिस दिल्ली से सोनीपत-पानीपत-करनाल-अम्बाला होते हुए पंजाब में दाखिल हुए क्योंकि इस रूट पर ट्रैफिक अधिक रहने के कारण लॉरैंस की जान को खतरा कम बताया जा रहा है। लॉरैंस को पंजाब लाने के लिए 2 बुलेटप्रूफ स्कॉर्पियों गाड़ियों का प्रबंध किया गया था यह सब चकमा देने के लिए किया गया। इन दोनों गाड़ियों में से एक में बिश्नोई को बैठाया गया और रास्ते में दोनों गाड़ियों को आगे पीछे किया जाता रहा ताकि किसी को भी पता न चल सके कि बिश्नोई किस बुलेटप्रूफ गाड़ी में है