27 जून को चंडीगढ़ में सभी सरकारी और प्राइवेट बैंक पूरी तरह से बंद रहेंगे। यह घोषणा बुधवार को यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियन (यूएफबीयू) ने सेक्टर-17 स्थित बैंक स्क्वेयर में धरना देते हुए की।वहीं यूनियन की तरफ से 27 जून को हड़ताल पर जाने की बात कही है, जिस वजह से चंडीगढ़ समेत पंचकूला और मोहाली में भी बैंक बंद रहेंगे। बैंक स्क्वेयर में यूएफबीयू की हड़ताल में कर्मचारियों ने केंद्र सरकार से उनकी विभिन्न मांगों को जल्द पूरा करने की मांग की।
सेक्टर-17 में धरने के दौरान यूएफबीयू के संयोजक संजय कुमार ने बताया कि उनकी मांगों को सरकार लगातार नजरअंदाज करती आ रही है। ऐसे में उनके पास प्रदर्शन के अलावा कोई चारा नहीं रह गया है। बैंक कर्मचारियों की मुख्य मांग पुरानी पेंशन को जल्द से जल्द रिवाइज करना है। बैंक में कार्यरत कर्मचारियों का वेतन और सेवानिवृत कर्मचारियों की पेंशन हर वर्ष रिवाइज होने के बाद एक फीसद की दर से बढ़ती है, लेकिन पेंशन को रिवाइज हुए 30 साल हो गए हैं। इससे सेवानिवृत सैकड़ों कर्मचारियों के लिए घर चलाना मुश्किल हो गया है। वर्ष 2000 तक सेवानिवृत हुए कर्मचारियों की मासिक पेंशन 20,000 रुपये है, जिससे दो से तीन लोगों का परिवार चलाना संभव नहीं है।
बैंक स्क्वेयर में सुबह 10 बजे करीब 200 से ज्यादा बैंक कर्मचारियों ने यह प्रदर्शन शुरू किया जो एक बजे तक चलता रहा। इसके बाद दोपहर दो बजे के बाद एसबीआइ बैंक के सामने प्रदर्शन किया जाएगा। इस प्रदर्शन में पब्लिक सेक्टर के लगभग सभी बैंकों के कर्मी शामिल हैं।
यह रही अन्य मांगें
बैंक स्क्वेयर में धरना दे रहे कर्मचारियों का नेतृत्व करते हुए यूएफबीयू के अखिल भारतीय संयोजक संजीव बंदलीश ने कहा कि हर पब्लिक-प्राइवेट सेक्टर के बैंक को सप्ताह में पांच दिन काम करने का अधिकार होना चाहिए। ज्यादातर बैंक शनिवार को भी वर्किंग होते हैं जो कि श्रम मंत्रालय के नियमों का उल्लंघन है। केंद्र सरकार को जल्द से जल्द पांच दिन कार्य दिवस की घोषणा करनी चाहिए। सरकार से मांगों को लेकर बार-बार बातचीत करने का समय मांग रहे हैं, लेकिन सरकार हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दे रही है। यदि केंद्र सरकार ने जल्द मांगों पर कोई निर्णय लिया तो हम बड़ा संघर्ष करेंगे।