भारत में पहली बार, आईआईटी-मद्रास ने गणित पर आधारित ‘आउट ऑफ द बॉक्स थिंकिंग’ पाठ्यक्रम की घोषणा की है। तीन महीने का कोर्स भारत और विदेशों में लोगों के लिए मुफ्त में ऑनलाइन मोड में उपलब्ध होगा। इस कोर्स कर टार्गेट्र प्रोफेशनल्स और शोधकर्ताओं के अलावा दस लाख स्कूल और कॉलेज के छात्र हैं।

इस कोर्स का मुख्या एजेंडा इस सोच को बढ़ावा देना हैं की कोई लीक से हटकर कैसे सोचता है।

आईआईटी-मद्रास के निदेशक डॉ वी कामकोटि ने कहा, “आउट ऑफ द बॉक्स कोर्स अप्रत्यक्ष (indirect) और रचनात्मक (क्रिएटिव) सोच के माध्यम से समस्याओं को हल करना ह। इस कोर्स में ऐसे विचारों को शामिल कर समस्या का हल ढूंढना है जो पारंपरिक स्टेप बाये स्टेप तर्क का उपयोग करके प्राप्त नहीं किया जा सकता है। इस अनूठे कोर्स में, गणित के मौजूदा तथ्यों को एक नए दृष्टिकोण से समझाया जायेगा जिस से इनका इस्तेमाल समस्याओं को तार्किक रूप से हल कर सकेंगे।”

इस पाठ्यक्रम को छात्रों, पेशेवरों और शोधकर्ताओं के अनुरूप पूर्ण रूप से स्वतंत्र चार वर्गों में बनाया गया है।

आर्यभट्ट इंस्टीट्यूट ऑफ मैथमैटिकल साइंसेज के संस्थापक-निदेशक, गणित शिक्षक सदगोपन राजेश द्वारा पढ़ाए जाने वाला पाठ्यक्रम समस्या समाधान के लिए नया दृष्टिकोण पेश करेगा। यह कोर्स उस सोच को खारिज करेगा की समस्या समाधान केवल कुछ ख़ास लोगों के लिए ही संभव है।

राजेश ने समझाया “इस कोर्स को एक नए तरीके के साथ बनाया गया है, जिसमे सुडोकू पहेली को हल करना, तय समय में प्रोजेक्ट को पूरा करना, गणित का इस्तेमाल कर काम को नए तरीके से करना आदि है। इन सबसे एक नयी क्रिएटिव सोच और नयी धारणा पैदा होती है, जिसे ‘आउट ऑफ द बॉक्स’ के रूप में जाना जाता है।”

इस कोर्स को आईआईटी-मद्रास प्रवर्तक टेक्नोलॉजीज फाउंडेशन की तरफ से पेश किया जा रहा है, जो मामूली शुल्क पर परीक्षा देने वाले छात्रों के लिए ग्रेड सर्टिफिकेट भी जारी करेगी। परीक्षा भारत भर के चुनिंदा शहरों के केंद्रों पर आयोजित की जाएगी।

इस कोर्स के पहले बैच का रजिस्ट्रेशन 24 जून को बंद होगा और कोर्स 1 जुलाई से शुरू होगा।

कोर्स के लिए इस लिंक पर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं

https://www.pravartak.org.in/out-of-box-thinking.html

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