चंडीगढ़ में मानसून पहुंच गया है। सुबह से ही शहर में मूसलाधार बारिश हो रही है। सड़कें जलमग्न हो गई हैं। जगह-जगह जलभराव की दिक्कत हो रही है। वहीं चंडीगढ़ नगर निगम का दावा है कि 85 फीसद रोड गलियों की सफाई हो चुकी है।जबकि बाकी बची 15 फीसद रोड गलियों की सफाई आने वाले दस दिन में हो जाएगी।
वहीं बरसात के दौरान शहर में कहीं भी जलभराव की दिक्कत न हो इसके लिए नगर निगम कमिश्नर आनिंदिता मित्रा के आदेश पर फ्लड कंट्रोल कमेटी का भी गठन किया गया है। इसके लिए 18 टीमों का गठन किया गया है।कमिश्नर आनिंदिता मित्रा का कहना है कि 7 जुलाई तक बाकी बची रोड गलियों की सफाई हो जाएगी। शहर में कुल 35 हजार रोड गलिया हैं।
दो कंट्रोल सेंटर भी बनाए
उन्होंने बताया कि फ्लड कंट्रोल कमेटी में जिन 18 टीमों का गठन किया गया है उसमे एसडीओ और जेई शामिल किए गए हैं। इसके लिए दो कंट्रोल सेंटर भी बनाए गए हैं। एक सेंटर सेक्टर-15 और दूसरा सेंटर मनीमाजरा बनाया गया है। जो कि बरसात के दौरान 24 घंटे काम करेंगे। हेल्पलाइन नंबर 0172-2540200 और 0172-2738082 पर कोई भी शहरवासी जलभराव की शिकायत कर सकता है। इसके साथ ही चार टीमें अतिरिक्त रहेंगी जो कि रात में जलभराव की स्थिति में पानी निकालेगी। इन टीमों का आलओवर प्रभारी पब्लिक हेल्थ विंग के डिविजन नंबर-4 के कार्यकारी अभियंता को बनाया गया है। यह टीमें एक जुलाई से 30 सितंबर तक काम करेंगी।
गौरतलब है कि बुधवार और उसके बाद आज सुबह भी शहर में तेज बारिश हुई। जगह-जगह बारिश का पानी भर गया है। इसके बाद नगर निगम ने फ्लड कंट्रोल सेंटर का गठन किया है। बता दें कि हर बरसात के सीजन में शहर में जलभराव की स्थिति बन जाती है। असल में शहर की रोड गलियाें का साइज छोटा है। यहां की गलियां एक घंटे में 20 से 25 मिमी बारिश ही झेल पाती हैं, जबकि मानसून में शहर में एक घंटे में 60 से 65 मिमी बारिश भी होती है। शहर में जलभराव की स्थिति हर एरिया में है।
बुधवार सुबह प्री मानसून की पहली बारिश में गांव किशनगढ़ में काफी पानी भर गया था। ऐसा लग रहा था जैसे सड़क पर नदी चल रही हो। नगर निगम ने इस बार रोड गलियों की सफाई पर डेढ़ करोड़ का खर्चा किया है।शहरवासियों का कहना है कि रोड गलियों की सफाई का काम मानसून से पहले नहीं बल्कि पूरा साल होना चाहिए। जलभराव आने पर एरिया वाइज इन मोबाइल नंबर पर लोग कर सकते हैं फोन