भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार पंजाब के आईएएस अधिकारी संजय पोपली की मुश्किलें बढ़ने लगीं हैं। कई ऐसे ठेकेदार जिनसे पोपली ने टेंडरों के एवज में कमीशन वसूली है, अब वह भी खुलकर सामने आने लगे हैं।इस कड़ी में, हरियाणा के दो ठेकेदारों ने संजय पोपली पर टेंडरों की राशि के हिसाब से कमीशन लेने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री एंटी करप्शन हेल्पलाइन पर अपनी शिकायतें अपलोड की हैं।

जानकारी के अनुसार हेल्पलाइन प्रबंधन की ओर से ये दोनों शिकायतें पंजाब विजिलेंस ब्यूरो को सौंप दी, जिसने संजय पोपली और उनके एक सहयोगी अधिकारी को भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार किया है। दोनों ठेकेदारों ने हेल्पलाइन पर भेजी शिकायत में कहा है कि सीवरेज लाइन बिछाने के ठेके दिए जाने के बदले में उनसे प्रति टेंडर 2 फीसदी कमीशन ली गई। यह सीवरेज लाइन तलवाड़ा और मोरिंडा में बिछाई गई है। शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में कहा है कि उनसे 16 करोड़ रुपये के टेंडर के बदले 2 फीसदी कमीशन की मांग की गई और कमीशन न देने पर पास हुए टेंडर की पेमेंट रोकने की धमकी दी गई। तब शिकायतकर्ता ने संजय पोपली द्वारा भेजे गए एक व्यक्ति को 5 लाख रुपये दिए।

पोपली के आवास से मिली ठेकेदारों की सूची

चंडीगढ़ में संजय पोपली की आवास से मंगलवार को विजिलेंस ब्यूरो की टीम को जहां हथियार, विदेशी शराब, संपत्तियों के दस्तावेज मिले, वहीं इनमें एक ऐसी सूची भी मिली है, जिसमें ठेकेदारों के नाम और उन्हें अलॉट किए गए टेंडरों का हिसाब-किताब दर्ज है। विजिलेंस को संदेह है कि इस सूची में दर्ज ठेकेदारों से टेंडरों की राशि के बदले 1 या 2 फीसदी कमीशन वसूली गई है। विजिलेंस की टीम अब इस मामले में भी संजय पोपली के पूछताछ करने के साथ ही सीवरेज टेंडरों से जुड़े ठेकेदारों से भी पूछताछ करेगी, जिन्हें पोपली के कार्यकाल के दौरान ठेके दिए गए थे।

दूसरी ओर, ब्यूरो के सूत्रों के अनुसार बुधवार को संजय पोपली से उनके कार्यकाल के दौरान अलाट किए गए टेंडरों के अलावा उनकी संपत्ति के दस्तावेजों के हिसाब से भी पूछताछ की गई। पोपली ने कमीशन लेने के आरोपों से इनकार किया है और उसका आरोप है कि उसके नाम का इस्तेमाल करके अज्ञात लोगों ने ठेकेदारों से पैसा वसूला है, जिसकी उसे जानकारी नहीं है।

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