पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में एक अजीबो गरीब याचिका दायर की गई है। इसमें आरोप लगाया गया है कि रोहतक की जेल में जो गुरमीत राम रहीम बंद है वह नकली है वह असली डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत सिंह नहीं है।याचिका में कहा गया है कि वास्तविक डेरा प्रमुख को अगवा कर लिया गया है। हाई कोर्ट इस याचिका पर सोमवार को सुनवाई करेगा।

 

मामले की जांच कराने का हाई कोर्ट से आग्रह, सोमवार को होगी सुनवाई

 

चंडीगढ़ निवासी अशोक कुमार व लगभग एक दर्जन डेरे के अनुयायियों ने हाई कोर्ट में याचिका दायर कर इस मामले की जांच कराने की मांग की है। याचिका में आरोप लगाया गया कि डेरा की गद्दी हासिल करने के लिए असली डेरा प्रमुख को अगवा कर मार दिया गया या उसको मार दिया जाएगा। याचिका में आरोप लगाया गया है कि जेल में जो डेरा प्रमुख बिठाया गया है , वह नकली डेरा प्रमुख है। हाई कोर्ट में दायर याचिका में हरियाणा सरकार, हनीप्रीत व सिरसा डेरा प्रशासक पीआर नैन को प्रतिवादी बनाया गया है।

 

याचिकाकर्ताओं ने आरोप लगाया कि उन्हें सूत्रों के माध्यम से पता चला कि मूल डेरा प्रमुख का राजस्‍थान के उदयपुर से अपहरण कर लिया गया था और अब नकली व्यक्ति को असली के साथ बदलने की योजना बना रहे हैं या बदल दिया गया है।

 

याचिका के अनुसार याचिकाकर्ताओं के साथ-साथ अन्य अनुयायियों ने डेरा प्रमुख के व्यक्तित्व आदि में विभिन्न परिवर्तनों को देखा। कद एक इंच बढ़ गया था, अंगुलियों की लंबाई और पैरों का आकार भी बढ़ गया था। वर्तमान पैरोल अवधि के दौरान कथित डेरा प्रमुख या डमी व्यक्ति द्वारा प्रकाशित वीडियो और तस्वीरों के अवलोकन से स्पष्ट रूप से पता चला कि उसके चेहरे और हाथों में मेकओवर या मास्किंग थी जो वीडियो से वीडियो में बदल गई।

 

याचिका मेंं कहा गया है कि इतना ही नहीं, अपने गांव वालों से मुलाकात के दौरान कथित डेरा प्रमुख/डमी व्यक्ति अपने पुराने दोस्तों को भी नहीं पहचान पाया। इस याचिका पर सोमवार को जस्टिस करमजीत सिंह सुनवाई करेंगे।

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